परमात्मा कैसा है( What is god's form )
परमात्मा कैसा है( What is god's form )
हम सभी के मन में एक ख्याल आता है कि परमात्मा कैसा है वह साकार है या निराकार है ? विभिन्न आध्यात्मिक मतों के में परमात्मा को साकार या निराकार या अव्यक्त कहां गया क्या उसके अस्तित्व को ही नकारा गया है।
इस ब्लॉग में हम इसी विषय पर चर्चा करूंगा और प्रमाणों के साथ आपको बताऊंगा कि परमात्मा कैसा है।
नमस्कार मैं हूं अशोक कुमार और आप सभी का मेरे ब्लॉग कबीर क्लासेस 58 में स्वागत है।
भगवान कैसा है
भगवान कैसा है इसके बारे में अलग अलग कोई तो भगवान को साकार यानी मानव जैसा या आकार में बताता है तो कोई उसको निर्गुण निराकार कहता अर्थात जो आकार में नहीं होता ऐसा बताता है कोई भगवान के अस्तित्व पर ही सवाल खड़े करता है लेकिन मैं आपको बताना चाहूंगा कि वह भगवान यानि परमात्मा साकार है ।
भगवान कैसा दिखता है
सभी धर्म के धर्मगुरुओं ने आज तक यही बताया है कि परमात्मा/रब/गॉड/अल्लाह/खुदा निराकार है, उसका केवल प्रकाश देखा जा सकता है। लेकिन सर्वप्रथम कबीर जी ने इसका खंडन करते हुए बताया कि परमात्मा/अल्लाह/गॉड साकार है, नराकार है।
यानी मानव सदृश हैं यानी भगवान ने मनुष्य को अपने ही रूप जैसा बनाया, वह राजा के समान दर्शनीय है इसका प्रमाण हमारे सद ग्रंथ देते हैं यह प्रमाण निम्नानुसार है:-
god is form |
वेदों के अनुसार परमात्मा साकार है
हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ वेद प्रमाणित करते हैं कि वह परमात्मा साकार है और राजा के समान दर्शनीय हैं:-
परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
1. ऋग्वेद के अनुसार
ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1-3, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27 के अनुसार
परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।
भगवान साकार है |
2. यजुर्वेद के अनुसार
परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39
3. अथर्ववेद के अनुसार
अथर्ववेद कांड नंबर 4 अनुवाक नंबर 1 मंत्र नंबर 1 से 7 के अनुसार परमात्मा साकार है और उन्होंने ही संपूर्ण सृष्टि की रचना की।
पवित्र बाइबल के अनुसार परमात्मा साकार है
1:26 - तब भगवान ने कहा, "और अब हम इंसानों को बनाएंगे; वे हमारे जैसे होंगे और हमारे जैसे होंगे। उनके पास मछली, पक्षियों और सभी जानवरों, घरेलू और जंगली, बड़े और छोटे पर शक्ति होगी।"
1:27 - इसलिए भगवान ने इंसानों को बनाया, जिससे वे खुद की तरह बने। उन्होंने उन्हें पुरुष और महिला बनाया,
पवित्र बाइबल की ये आयतें साबित करती हैं कि परमेश्वर निराकार नहीं है।
पवित्र बाइबल में उत्पत्ति ग्रंथ में पृष्ठ नं 2 अध्याय 1:20 व 2:5 में परमेश्वर ने कहा कि हम मनुष्य को अपने स्वरुप के अनुसार अपनी समानता में बनाएं। तब परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरुप के अनुसार उत्पन्न किया नर और नारी करके मनुष्यों की सृष्टि की।
पवित्र बाईबल (उत्पत्ति ग्रन्थ) से सिद्ध होता है कि परमात्मा मानव सदृश शरीर में है, जिसने छः दिन में सर्व सृष्टी की रचना की तथा फिर विश्राम किया।
पवित्र बाईबल (उत्पत्ति ग्रन्थ) से सिद्ध होता है कि परमात्मा मानव सदृश शरीर में है, जिसने छः दिन में सर्व सृष्टी की रचना की तथा फिर विश्राम किया।
पवित्र कुरान शरीफ के अनुसार परमात्मा साकार है
अल्लाह कबीर |
पवित्रा कुरान शरीफ (सुरत फुर्कानि 25, आयत नं. 52, 58, 59)
आयत 52 :- फला तुतिअल् - काफिरन् व जहिद्हुम बिही जिहादन् कबीरा
(कबीरन्)।।52।
इसका भावार्थ है कि हजरत मुहम्मद जी का खुदा (प्रभु) कह रहा है कि हे पैगम्बर !
आप काफिरों (जो एक प्रभु की भक्ति त्याग कर अन्य देवी-देवताओं तथा मूर्ति आदि की
पूजा करते हैं) का कहा मत मानना, क्योंकि वे लोग कबीर को पूर्ण परमात्मा नहीं मानते।
आप मेरे द्वारा दिए इस कुरान के ज्ञान के आधार पर अटल रहना कि कबीर ही पूर्ण प्रभु है
तथा कबीर अल्लाह के लिए संघर्ष करना (लड़ना नहीं) अर्थात् अडिग रहना।
आयत 58 :- व तवक्कल् अलल् - हरिल्लजी ला यमूतु व सब्बिह् बिहम्दिही व कफा
बिही बिजुनूबि अबादिही खबीरा (कबीरा)।।58।
भावार्थ है कि हजरत मुहम्मद जी जिसे अपना प्रभु मानते हैं वह अल्लाह (प्रभु)
किसी और पूर्ण प्रभु की तरफ संकेत कर रहा है कि ऐ पैगम्बर उस कबीर परमात्मा पर
विश्वास रख जो तुझे जिंदा महात्मा के रूप में आकर मिला था। वह कभी मरने वाला
नहीं है अर्थात् वास्तव में अविनाशी है। तारीफ के साथ उसकी पाकी (पवित्रा महिमा)
का गुणगान किए जा, वह कबीर अल्लाह (कविर्देव) पूजा के योग्य है तथा अपने
उपासकों के सर्व पापों को विनाश करने वाला है।
आयत 59 :- अल्ल्जी खलकस्समावाति वल्अर्ज व मा बैनहुमा फी सित्तति अय्यामिन्
सुम्मस्तवा अलल्अर्शि अर्रह्मानु फस्अल् बिही खबीरन्(कबीरन्)।।59।।
इससे सिद्ध हुआ कि वह परमात्मा मानव सदृश शरीर में आकार में है और सत्यलोक में रहता है और उसका नाम कबीर है।
शास्त्र प्रमाणित ज्ञान
परमात्मा साकार है |
इस प्रकार सभी पवित्र धर्मों के सद ग्रंथों ने प्रमाणित कर दिया कि परमात्मा साकार है और उसका नाम कबीर है।
जिस बात को सर्वप्रथम कबीर जी ने कहा कि परमात्मा साकार है, नराकार है। आज उसी बात को संत रामपाल जी महाराज ने सभी धर्म ग्रंथों से प्रमाणित करके बता दिया कि परमात्मा/अल्लाह साकार है, राजा के समान दर्शनीय है, सिंहासन पर बैठा है।
साकार परमात्मा कबीर साहेब को प्राप्त करने की विधिसंत रामपाल जी महाराज प्रदान कर रहे हैं उनसे वास्तविक भक्ति विधि ग्रहण करके अपना जीवन सफल बनाएं।
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