
allah kabir in kuran(कुरान का ज्ञान)
allah kabir in kuran(कुरान का ज्ञान)
पवित्र कुरान शरीफ के अनुसार सृष्टि का रचनहार कौन है तथा कैसा है और उसका वास्तविक नाम क्या है ? जो कुरान ज्ञानदाता से बड़ा है और जिस की इबादत हमें करनी चाहिए उसकी जानकारी कहां से प्राप्त होगी। इस ब्लॉग में हम इस विषय पर जानेंगे।
आयत 52 :- फला तुतिअल् - काफिरन् व जहिद्हुम बिही जिहादन् कबीरा
(कबीरन्)।।52।
इसका भावार्थ है कि हजरत मुहम्मद जी का खुदा (प्रभु) कह रहा है कि हे पैगम्बर !
आप काफिरों (जो एक प्रभु की भक्ति त्याग कर अन्य देवी-देवताओं तथा मूर्ति आदि की
पूजा करते हैं) का कहा मत मानना, क्योंकि वे लोग कबीर को पूर्ण परमात्मा नहीं मानते।
आप मेरे द्वारा दिए इस कुरान के ज्ञान के आधार पर अटल रहना कि कबीर ही पूर्ण प्रभु है
तथा कबीर अल्लाह के लिए संघर्ष करना (लड़ना नहीं) अर्थात् अडिग रहना।
आयत 58 :- व तवक्कल् अलल् - हरिल्लजी ला यमूतु व सब्बिह् बिहम्दिही व कफा
बिही बिजुनूबि िअबादिही खबीरा (कबीरा)।।58।
भावार्थ है कि हजरत मुहम्मद जी जिसे अपना प्रभु मानते हैं वह अल्लाह (प्रभु)
किसी और पूर्ण प्रभु की तरफ संकेत कर रहा है कि ऐ पैगम्बर उस कबीर परमात्मा पर
विश्वास रख जो तुझे जिंदा महात्मा के रूप में आकर मिला था। वह कभी मरने वाला
नहीं है अर्थात् वास्तव में अविनाशी है। तारीफ के साथ उसकी पाकी (पवित्रा महिमा)
का गुणगान किए जा, वह कबीर अल्लाह (कविर्देव) पूजा के योग्य है तथा अपने
उपासकों के सर्व पापों को विनाश करने वाला है।
आयत 59 :- अल्ल्जी खलकस्समावाति वल्अर्ज व मा बैनहुमा फी सित्तति अय्यामिन्
सुम्मस्तवा अलल्अर्शि अर्रह्मानु फस्अल् बिही खबीरन्(कबीरन्)।।59।।
पवित्र ग्रंथों की से प्रमाणित होता है कि वह अल्लाह कबीर है जिसने 6 दिन में सृष्टि की रचना की और 7 दिन तख्त पर जा विराजे वह #कबीर परमात्मा आलीशान है और रुतबे वाला है और उसकी ही पाकी बयान करनी चाहिए।
कबीर परमात्मा की इबादत के योग्य है जिसकी जानकारी बाखबर संत रामपाल जी महाराज दे रहे हैं।
अधिक जानकारी के लिए देखिए साधना टीवी रोज रात्रि 7:30 बजे से।
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